शहर में एसबीआई और आईसीआईसीआई के तीन एटीएम को लूटने की नाकाम कोशिशें करने वाली गैंग के दो बदमाशों को सुखेर थाना पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। यह वारदातें यू ट्यूब पर गैस कटर से एटीएम काटने की तकनीक सीखने के बाद की गई थी। पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि पिछले महीने वारदात कर दिल्ली से पंजाब भाग निकले एक बदमाश ने नशे में कहासुनी के बाद अपनी गैंग के एक साथी की चाकू घोंपकर हत्या कर डाली थी। इसी बीच सीसीटीवी फुटेज, गाड़ी नंबर व जांच के बाद अमृतसर पहुंची उदयपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें 4 सदस्यीय गैंग के बदमाश ने अपने एक साथी की हत्या का खुलासा किया।
3 जगह पर एटीएम को लूटने का किया था प्रयास: एसपी
एसपी कैलाशचंद्र विश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी रणधीर उर्फ धीरा (23) और गुरजन सिंह उर्फ मन्नु (24) है। ये दोनों अमृतसर, पंजाब के रहने वाले है। इस गैंग ने 15 जनवरी की रात को जावरमाइंस थाना इलाके में तावड़ गेट स्थित आईसीआईसीआई बैंक के एटीएम को गैस कटर से काटकर लाखों रुपए लूटने का प्रयास किया था। इसके बाद 23 जनवरी की रात को न्यू मार्केट जावरमाइंस स्थित एसबीआई के एटीएम को उखाड़ने का प्रयास किया। बदमाशों ने वहां मौजूद सिक्यूरिटी गार्ड को बंधक बनाकर मारपीट भी की। लेकिन गश्त पर मौजूद पुलिस के पहुंचने से खाली हाथ ही भाग निकले।
इसी तरह, गैंग ने 24 जनवरी की रात को सुखेर थाना इलाके में एक गार्ड को बंधक बनाकर मारपीट के बाद एसबीआई के एटीएम को लूटने का प्रयास किया। फिर भी वे नाकाम रहे। सुखेर थाने में एटीएम लूट की तीसरी नाकाम वारदात में बदमाशों ने एक पिकअप का इस्तेमाल किया था। यह पिकअप गोवर्धनविलास थाना इलाके से चुराई गई थी। इस तरह, इन वारदातों को देखकर एक ही गैंग के लिप्त होने का अंदाजा लगाया गया। तब एसपी विश्नोई के निर्देश पर एडिशनल एसपी गोपाल स्वरुप मेवाड़ा के निर्देशन में पुलिस ने अनुसंधान शुरु किया।
पंजाब पहुंची पुलिस ने गैंग को पकड़ा
एएसपी गोपाल स्वरुप मेवाड़ा के मुताबिक तीनों एटीएम और उनके आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी अनुसंधान में गुरजंत सिंह व रणधीर सिंह का हुलिया सामने आया। अनुसंधान में यह भी पता चला कि वे दोनों अमृतसर, पंजाब के रहने वाले है यहां जावरमाइंस स्थित एक कंपनी में मशीन ऑपरेटर का काम करते थे। एटीएम लूट की हुई वारदातों के बाद वे फरार चल रहे है।
उनका पूर्व में आपराधिक रिकार्ड भी है। ऐसे में संदेह होने पर जावरमाइंस थानाप्रभारी कमलेंद्र सिंह, हेडकांस्टेबल अखिलेश्वर, कांस्टेबल जगदीश व नरेंद्र जाखड़ व वीरेंद्र सिंह थाना टीडी की विशेष पुलिस टीम अमृतसर पहुंची। जहां दोनों आरोपियों को धरदबोचा और पूछताछ के लिए उदयपुर ले आए। यहां पूछताछ में बदमाशों ने वारदात करना कबूल कर लिया। साथ ही, गैंग में शामिल एक साथी की पंजाब में हत्या करने का अहम खुलासा किया।
यू ट्यूब पर वीडियो देखकर सीखा गैस कटर से एटीएम काटने का तरीका, फिर वारदात की
एसपी कैलाशचंद्र विश्नोई ने बताया कि पूछताछ में दोनों आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दोनों गहरे दोस्त है। करीब डेढ़ माह पहले उदयपुर में सिमर कंपनी में जॉब करने आए थे। रणधीर व गुरजंत सिंह को रुपयों की जरुरत थी। ऐसे में एटीएम काटकर रुपए लूटने की साजिश रची। इसे पूरा करने के लिए यू ट्यूब पर गैस कटर की मदद से एटीएम काटने का तरीका सीखा। फिर गैंग में पंजाब में टोल प्लाजा में काम करने वाले दोस्त मनिंदर सिंह उर्फ सनी और बैंगलोर में काम करने वाले पंजाब निवासी दोस्त अमन से संपर्क कर रुपयों का लालच दिया और शामिल कर लिया।
पहले गैस कटर खरीदा फिर कैमरे पर काले रंग का स्प्रे कर पहली वारदात
दोनों आरोपियों ने मनिंदर व अमन को उदयपुर बुला लिया। यहां सबसे पहले एक गैस कटर खरीदा। इसके बाद एटीएम की रैकी की। फिर टाम्वर चौराहे पर स्प्रे की बोतल से कैमरे पर काला रंग स्प्रे कर एक एटीएम को लूटने की कोशिश की। बदमाशों ने एटीएम की प्लेट को सरिए से थोड़ा ऊपर नीचे किया तो 10 हजार रुपए के पुराने नोट मिले। इससे बदमाशों का लालच और बढ़ गया। तब इन्होंने 23 जनवरी 2020 को एसबीआई के एटीएम को निशाना बनाया। वहां मौजूद गार्ड को पिस्टल व तलवार दिखाकर धमकाया। बंधक बनाकर मारपीट की और एटीएम को उखाड़ना चाहा। लेकिन नाकाम होने पर भाग गए। इसके बाद फिर से रैकी कर एक और एटीएम को लूटने की नाकाम वारदात की। तब वे गुरजन सिंह की कार से आए थे।
नशे में कार चलाने की जिद की तो गुस्से में चाकू घोंपकर मार डाला
एसपी विश्नोई के मुताबिक तीसरी वारदात सुखेर में करने के बाद ये चारों बदमाश दिल्ली भाग गए। रात को वहीं ठहरने के बाद आरोपी गुरजंत सिंह की कार से शाम को पंजाब के लिए रवाना हुए। रास्ते में मनिंदर सिंह उर्फ सनी और गुरजन सिंह ने शराब पी रखी थी। तब मनिंदर सिंह उर्फ सनी ने कार चलाने की जिद की तो उसका गुरजन सिंह से झगड़ा हो गया। नशे में होने से गुरजन ने सनी के पेट में चाकू घोंप दिया।
गंभीर हालत होने पर तीनों दोस्तों ने घायल सन्नी को अस्पताल पहुंचाया। जहां पुलिस के पहुंचने पर लूट व हमले की मनगढंत कहानी बना दी। करीब सात दिन उपचार के बाद सन्नी की मौत हो गई। इसके बाद तीनों बाकी आरोपी घर लौट गए। वहीं, सनी की मौत को लुधियाना पंजाब में खरना सदर पुलिस ने सामान्य मौत मान लिया। यहां उदयपुर में पूछताछ के दौरान आरोपियों ने गैंग के साथी मनिंदर सिंह उर्फ सनी की हत्या की वारदात का खुलासा किया।